Spicy food: पित्त से परेशान लोग भी जम कर खा सकते हैं मसाले, आयुर्वेद एक्सपर्ट से जानें इसे पचाने के तरीके

How to eat spicy food: जिसे पित्त की परेशानी होती है वो लोग तीखा खाते ही पेट में जलन का शिकार हो जाते हैं। ऐसे लोग किस तरह कुछ हद तक तीखा खाना खा सकते हैं और, उनके लिए तीखा और मसालेदार खाना खाना क्यों जरूरी है जानिए आयुर्वेद एक्सपर्ट से।
तीखा, चटपटा और मसालेदार खाना देखकर आपका भी मन करता है कि आप उसे चट कर जाएं। लेकिन फिर याद आता है कि तीखा खाते ही आपको सीने में जलन होने लगती है। कई बार आंखों से आंसू और नाक से पानी भी आने लगता है। बस, इसके बाद डर के मारे आप तीखे और मसालेदार खाने से दूरी बना लेते हैं। अगर ऐसा है तो आयुर्वेद के मुताबिक आपको पित्त की परेशानी हो सकती है।
हालांकि इसके बावजूद खुद आयुर्वेद तीखा या मसालेदार खाने से परहेज करने की सलाह नहीं देता। बल्कि इस तरह के खाने को किस तरह आप बिना किसी तकलीफ के खा सकते हैं, उसके तरीके बताता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. रेखा राधामोनीने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर कुछ ऐसी ही टिप्स शेयर की है। जिन्हें फॉलो कर आप तीखा और मसालेदार खाना खा सकते हैं। वो भी बिना किसी तकलीफ के। बस आपको वो क्रम याद रखना है जिसमें आपको अलग अलग फ्लेवर का खाना खाना है।
डॉ. रेखा राधामोनी के अनुसार आप अगर मसालेदार खाना बर्दाश्त नहीं कर पाते। इसका ये कतई मतलब नहीं है कि आप तीखा या मसालेदार खाना खाना ही छोड़ दें। इसे अपनी डाइट से पूरी तरह अलग करना सही नहीं। मसालेदार खाने के भी कई फायदे हैं। ये स्वादिष्ट तो लगता ही है। इसके अलावा खाने के ब्रेकडाउन और एब्सॉर्प्शन के लिए भी मसालेदार खाना जरूरी है। इस खाने की वजह से डाइजेशन नॉर्मल रहता है। इस जानकारी के साथ ही आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. रेखा राधामोनी ने खाने के तरीके से जुड़े कुछ टिप्स भी दिए हैं।
खाने की थाली में क्या सबसे पहले खाएं
- खाने की शुरुआत हमेशा किसी ऐसे भोजन से करें जो स्वीट टेस्ट वाला हो। डॉ. रेखा राधामोनी ने इसके लिए चावल का उदाहरण दिया है।
- इसके बाद ऐसी चीजें खाई जाना चाहिए जो स्वाद में नमकीन हों या फिर खट्टे स्वाद वाली हो।
- इसके बाद खाने में तीखा या मसालेदार खाना खाना चाहिए।
- खाने के अंत में कुछ सॉफ्ट टेस्ट वाली चीजों का सेवन करना चाहिए। जिसमें बटर मिल्क यानि कि छाछ को शामिल किया जा सकता है।
खाने के बाद मुलेठी
मुलेठी की चाय बनाने की सामग्री
- 2 कप पानी
- 1 इंच लंबी मुलेठी
चाय बनाने का तरीका
- पानी में मुलेठी डालकर उबलने रख दें।
- इस पानी को तब तक उबालना है जब तक कि वो आधा नहीं हो जाता।
- इसके बाद उसे पीने लायक ठंडा होने के बाद पी जाएं।
क्या हो सकता है लाल और हरी मिर्च का ऑप्शन

लाल और हरी मिर्च के उपयोग को भी सीमित करना होगा। खाने में तीखे और मसालेदार टेस्ट के लिए लाल और हरी मिर्च की जगह आप काली मिर्च, लहसुन और हींग जैसे मसालों का उपयोग बढ़ाएं। ये चीजें जलन कम करके डाइजेशन को भी बेहतर बनाती हैं।
सौंफ जरूर खाएं

आखिर में डॉ. रेखा राधामोनी ने सौंफ और मिश्री खाने की सलाह दी है। मसालेदार खाने से प्यास भी ज्यादा लगती है और जलन भी होती है। सौंफ जलन को कम करती है। जबकि मिश्री ठंडक देती है।